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क्रियाविशेषण किसे कहते हैं | परिभाषा एवं भेद | Kriya Visheshan Kise Kahate Hain

Kriya Visheshan Kise Kahate Hain

इस आर्टिकल में हम क्रिया विशेषण किसे कहते हैं इसके बारे में एकदम विस्तार से समझेंगे। क्रियाविशेषण अव्यय का पहला भाग है, और यह हिन्दी व्याकरण में एक बहुत ही महत्वपूर्ण तॉपिक है। क्योकी इससे सम्बंधित काफी सारे प्रश्न भिन्न-भिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पुछे जाते है। और इसलिए यह लेख उन विद्यार्थियों के लिये काफी उपयोगी रहने वाला है, जो इस समय किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे है। अगर आप भी उन्ही छात्रों में से है जो इस समय किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा है, तो आप इस लेख को पूरे ध्यानपूर्वक से एवं पुरा अन्त जरुर पढ़े, क्योकी इससे आपको परीक्षा में काफी सहायता मिल सकती है।

यहा पर हम आपके साथ क्रियाविशेषण से सम्बंधित सभी महत्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर साझा करेंगे, जिससे की आपको क्रियाविशेषण किसे कहते हैं एकदम अच्छे से समझ में आ आयेगा, साथ ही हम यहा क्रियाविशेषण से जुड़े उन सभी अहम प्रश्नों के उत्तर भी जानेगे, जो आपके प्रतियोगी परीक्षाओं में पुछे जा सकते हैं, जैसे की- क्रिया विशेषण किसे कहते हैं यह कितने प्रकार के होते हैं, क्रिया विशेषण की परिभाषा, क्रिया विशेषण के भेद, क्रिया विशेषण के उदाहरण, क्रिया विशेषण के कार्य और क्रिया विशेषण का प्रयोग आदि। इस सभी प्रश्नों के उत्तर आपको यहा पर एकदम विस्तार से मिल जायेंगे। तो अगर आप वास्तव में kriya visheshan kise kahate hain बिल्कुल अच्छे से समझना चाहते हैं, तो इस लेख को पुरा अन्त तक अवश्य पढ़े। आइये अब क्रियाविशेषण किसे कहते हैं एकदम अच्छे से समझे।


क्रिया विशेषण किसे कहते हैं (Kriya Visheshan Kise Kahate Hain)

परिभाषा -- क्रिया की विशेषता बतलाने वाले शब्दों को क्रिया विशेषण कहते हैं। दुसरे शब्दों में, जिन शब्दों से क्रिया की विशेषता का पता चलता है, उन्हें क्रिया विशेषण कहते है। जैसे -- यहाँ, वहाँ, अब, अभी, ऐसे, वैसे, बहुत, बड़ा, क्यों, क्या आदि।

क्रिया विशेषण का उदाहरण

क्रिया विशेषण की परिभाषा जानने के बाद अब हम इसे और भी बेहतर से समझने के लिये, इसका एक उदाहरण देखते है।

▪︎ राम अब खा रहा है। (अब --- क्रियाविशेषण)

इस वाक्य में 'अब' शब्द क्रियाविशेषण है, क्योंकि यह 'खा रहा है' क्रिया की विशेषता बतलाता है।

क्रियाविशेषण के कार्य

क्रियाविशेषण के निम्नलिखित प्रमुख कार्य हैं

1). क्रियाविशेषण क्रिया की विशेषता बतलाता है। जैसे --

▪︎ मोहन तेज दौड़ता है।  (तेज -- क्रियाविशेषण)
▪︎ वह धीरे-धीरे बोलता है।  (धीरे-धीरे -- क्रियाविशेषण)

उपर्युक्त वाक्यों में प्रयुक्त 'तेज' और 'धीरे धीरे' क्रियाविशेषण हैं, जो क्रमशः 'दौड़ना' और 'बोलना' क्रियाओं की विशेषता बतलाते हैं।

2). क्रियाविशेषण क्रिया के स्थान की स्थिति एवं दिशा का बोध कराता है। जैसे --

▪︎ वह ऊपर बैठा है।  (स्थिति का बोध)
▪︎ सड़क के बाएँ चलो।  (दिशा का बोध)

3). क्रियाविशेषण क्रिया के समय, अवधि आदि का बोध कराता है। जैसे -- 

▪︎ गीता कल आएगी।  (समय का बोध)
▪︎ मैं दिन भर चलता रहा।  (अवधि का बोध)

4). क्रियाविशेषण क्रिया के प्रकार, निश्चय, अनिश्चय, स्वीकार, निषेध आदि का बोध कराता है। जैसे --

▪︎ वहाँ नहीं बैठो।  (निषेध का बोध)
▪︎ हाँ, आइए।  (स्वीकार का बोध)

5). क्रियाविशेषण क्रिया की न्यूनता, अधिकता, तुलना आदि का बोध कराता है। जैसे --

▪︎ वह थोड़ा खाता है।  (न्यूनता का बोध)
▪︎ मैं बहुत पढ़ता हूँ।  (अधिकता का बोध)

क्रिया विशेषण के भेद

अब तब हमने क्रियाविशेषण की परिभाषा, उदाहरण एवं इसके कार्य को समझा, अब हम क्रिया विशेषण के कितने भेद होते हैं इसके बारे में समझते है। तो क्रिया विशेषण के मुख्यतः चार भेद हैं-

1). स्थानवाचक
2). कालवाचक
3). रीतिवाचक
4). (परिमाणवाचक

1). स्थानवाचक क्रियाविशेषण

परिभाषा -- जो शब्द क्रिया के स्थान की स्थिति एवं दिशा का बोध कराए, उसे स्थानवाचक क्रियाविशेषण कहते हैं। जैसे -- यहाँ, वहाँ, यहीं, वहीं, बाहर, भीतर, इधर, उधर, किधर, पास, दूर, दाएँ, बाएँ, आगे, पीछे, ऊपर, नीचे, की तरफ, की ओर आदि।

स्थानवाचक क्रियाविशेषण के उदाहरण

▪︎ वह यहाँ रहता है।  (स्थान की स्थिति का बोध) 
▪︎ सड़क के बाएँ चलो।  (स्थान की दिशा का बोध)

2). कालवाचक क्रियाविशेषण

परिभाषा -- जो शब्द क्रिया के समय, अवधि, बारंवारता आदि का बोध कराए, उसे कालवाचक क्रियाविशेषण कहते हैं। जैसे -- आज, कल, अब, जब, अभी, कभी, सायं, प्रातः, तुरंत, पहले, आजकल, दिन भर, नित्य, सदा, लगातार, सदैव, बहुधा, प्रतिदिन, रोज, कई बार, हर बार आदि।

कालवाचक क्रियाविशेषण के उदाहरण

▪︎ श्री मरांडी अभी जा रहे हैं।  (क्रिया के समय का बोध)
▪︎ मि. जॉन आजकल खेल रहे हैं।  (क्रिया की अवधि का बोध)
▪︎ मो. रहीम प्रतिदिन पढ़ रहे हैं।  (क्रिया की बारंबारता का बोध)

3). रीतिवाचक क्रियाविशेषण

परिभाषा -- जिस शब्द से क्रिया के प्रकार, निश्चय, अनिश्चय, स्वीकार, निषेध आदि का बोध हो, उसे रीतिवाचक क्रियाविशेषण कहते हैं। जैसे -- ऐसे, वैसे, कैसे, जैसे, शायद, अवश्य, न, नहीं, मत, तो भी, ही, क्योंकि, चूँकि, अतः, इसलिए, धीरे-धीरे, तेजी से, जोर-जोर से, ध्यानपूर्वक आदि।

रीतिवाचक क्रियाविशेषण के उदाहरण

▪︎ वह ऐसे लिखता है।  (क्रिया के प्रकार का बोध)
▪︎ वह शायद जाए।  (क्रिया के अनिश्चय का बोध)
▪︎ मैं नहीं खेलूँगा।  (क्रिया के निषेध का बोध)

4). परिमाणवाचक क्रियाविशेषण

परिभाषा -- जिस शब्द से क्रिया की न्यूनता, अधिकता, तुलना, मात्रा आदि का बोध हो, उसे परिमाणवाचक क्रियाविशेषण कहते हैं। जैसे -- इतना, उतना, जितना, कितना, थोड़ा, बहुत, कम, खूब, अधिक, अति, अत्यंत, अतिशय, केवल, बस, काफी, जरा, थोड़ा-थोड़ा, तिल-तिल, बारी-बारी से, क्रमशः, एक-एक कर आदि।

परिमाणवाचक क्रियाविशेषण के उदाहरण

▪︎ वह थोड़ा खाता।  (न्यूनता का बोध)
▪︎ वह बहुत पढ़ता है।  (अधिकता का बोध)
▪︎ मोहन कितना सोता है?  (तुलना का बोध)

क्रियाविशेषण का वाक्यों में स्थान एवं क्रम

'क्रियाविशेषण' का अर्थ ही होता है - क्रिया की विशेषता बतलाना। किसी वाक्य में, क्रियाविशेषण शब्द का प्रयोग इस प्रकार करें कि वह शब्द सिर्फ क्रिया की ही विशेषता बतलाये, वाक्य में प्रयुक्त अन्य शब्दों (पदों) की नहीं। इसका सबसे आसान तरीका है कि वाक्य में प्रयुक्त मुख्य क्रिया के पहले क्रियाविशेषण शब्द को रखें। जैसे --

▪︎ लड़के बहुत खा रहे हैं।  (बहुत -- क्रिया की विशेषता = क्रियाविशेषण)

अब, 'बहुत' शब्द को संज्ञा के पहले रखकर देखें
▪︎ बहुत लड़के खा रहे हैं।  (बहुत -- संज्ञा की विशेषता विशेषण)

अब 'बहुत' शब्द को विशेषण के पहले रखकर देखें
▪︎ बहुत लम्बे लड़के खा रहे हैं।  (बहुत -- विशेषण की विशेषता = प्रविशेषण)

क्रियाविशेषण के प्रयोग

अभी तक आपने कुछ क्रियाविशेषण शब्दों का प्रयोग देखा। अब कुछ ऐसे क्रियाविशेषण शब्दों के प्रयोग दिये जा रहे हैं, जो एकार्थक दिखायी तो पड़ते हैं, लेकिन उनके अर्थ में अंतर है। जैसे -- (अब, अभी) ; (तब, फिर) ; (ही, भी) ; (न, नहीं, मत) आदि।

(1) अब, अभी --- दोनों कालवाचक क्रियाविशेषण हैं। लेकिन 'अब' से वर्तमान के अनिश्चित और 'अभी' से निश्चित समय का बोध होता है। जैसे --

• वह अब जाएगा।  (हो सकता है, कुछ देर बाद)
• वह अभी जाएगा।  (इसी क्षण, तत्काल)
• वह अब नहीं जाएगा।  (भविष्य में कभी नहीं जाएगा।)
• वह अभी नहीं जाएगा।  (भविष्य में जा सकता है।)

(2) तब, फिर --- दोनों कालवाचक क्रियाविशेषण हैं। फिर भी दोनों में अंतर है। 'तब' का अर्थ होता है -- उस समय या उस वक्त। फिर का अर्थ होता है। एक बार और, दोबारा, पुनः।

• उसने तब परीक्षा दी।  (जब तैयारी हो गयी, उस वक्त)
• मोहन तब आया।  (जब सोहन चला गया, उस समय) 
• उसने फिर परीक्षा दी।  (एक बार और दी, दोबारा)
• मोहन फिर आया।  (एक बार और आया, दोबारा)

(3) ही, भी --- 'ही' का व्यवहार किसी बात पर जोर देने के लिए या निश्चय, अल्पता, स्वीकृति आदि सूचित करने के लिए होता है। 'भी' का प्रयोग न्यूनता, अवश्य, निश्चय करके, जरूर आदि के अर्थ में प्रयुक्त होता है। जैसे --

• इसे राम ही कर सकता है।  (दूसरा नहीं -- निश्चय, बल)
• इसे राम भी कर सकता है।  (दूसरों के अतिरिक्त -- न्यूनता, अवश्य)
• उसने उसे पीटा ही नहीं, नौकरी से भी निकाल दिया।
• प्रभु यीशु ने लोगों को उपदेश ही नहीं दिया, उनकी सेवा भी की।

(4) न, नहीं, मत --- ये निषेधबोधक क्रियाविशेषण हैं, लेकिन तीनों के अर्थ में अंतर है। 'न' का प्रयोग हलका निषेध, 'नहीं' का पूर्ण निषेध और 'मत' का निषेधात्मक आज्ञा के लिए होता है। जैसे --

इस किताब को न पढ़ना अथवा वह न खेलेगा। (हलका निषेध)
इस किताब को नहीं पढ़ना अथवा वह नहीं खेलेगा। (पूर्ण निषेध)
इस किताब को मत पढ़ना अथवा तुम मत खेलना (निषेधात्मक आज्ञा)

FAQ : क्रियाविशेषण से सम्बंधित प्रश्न 

प्रश्न -- क्रिया विशेषण क्या है उदाहरण सहित?

उत्तर -- क्रिया की विशेषता बताने वाले शब्दों को क्रिया विशेषण कहते है। उदाहरण -- पुलिस अचानक आ गई। इस वाक्य में 'आ गई' क्रिया है और 'अचानक' विशेषता है। यहाँ 'अचानक' शब्द क्रियाविशेषण है, क्योकी यह 'आ गई' क्रिया की विशेषता बतला रहा है।

प्रश्न -- क्रिया विशेषण के कितने भेद होते हैं?

उत्तर -- क्रिया विशेषण के चार भेद होते हैं, जो निम्न है-
(1) स्थानवाचक
(2) कालवाचक
(3) रीतिवाचक
(4) परिमाणवाचक

प्रश्न -- क्रिया विशेषण शब्द क्या होते हैं?

उत्तर -- क्रिया विशेषण शब्द वह शब्द है, जिससे क्रिया की विशेषता का पता चलता है। और इसका प्रयोग वाक्य में क्रिया से तुरंत पहले किया जाता है।

प्रश्न -- विशेषण और क्रियाविशेषण में क्या अंतर है?

उत्तर -- जो संज्ञा अथवा सर्वनाम की विशेषता बताए उस शब्द को 'विशेषण' कहते है। और वही वो शब्द जो क्रिया की विशेषता बताते है उन्हें क्रिया विशेषण कहा जाता है।

प्रश्न -- रात भर में कौन सा क्रिया विशेषण है?

उत्तर -- 'रात भर' में कालवाचक क्रियाविशेषण शब्द है। 

प्रश्न -- रोज कौन सा क्रिया विशेषण है?

उत्तर -- रोज कालवाचक क्रिया विशेषण है।

प्रश्न -- 'वैसे' शब्द कौन सा क्रिया विशेषण है?

उत्तर --  'वैसे' शब्द रीतिवाचक क्रिया विशेषण है।

क्रियाविशेषण किसे कहते हैं वीडियो के माध्यम से समझें


निष्कर्ष

यहा पर इस लेख में हमने अव्यय के पहले भाग यानी की क्रिया विशेषण को एकदम अच्छे से समझा। यह लेख प्रतियोगी परीक्षा एवं सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों के लिये काफी महत्वपुर्ण एवं उपयोगी है, क्योकी इस लेख में हिन्दी व्याकरण के महत्वपूर्ण तॉपिक क्रिया विशेषण के बारे में सम्पुर्ण जानकारी दी गई है और इस तॉपिक से सम्बंधित कई सारे प्रश्न प्रतियोगी परीक्षा में जरुर पुछे जाते है।

यहा पर शेयर किये गए क्रिया विशेषण की जानकारी आपको कैसा लगा, कमेंट के माध्यम से आप अपने विचार हमारे साथ जरुर साझा करें। हम आशा करते है की आपको यह लेख जरुर पसंद आया होगा और हमे उमीद है की इस लेख की सहायता से kriya visheshan kise kahate hain आप बिल्कुल अच्छे से समझ गए होंगे। यदि आपके मन में इस लेख को लेकर कोई सवाल या सुझाव है, तो आप नीचे कमेंट कर सकते हैं। साथ ही इस kriya Visheshan के लेख को आप अपने सभी मित्रों के साथ शेयर जरुर करे।

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