LLM कोर्स क्या है? एलएलएम कैसे करे | LLM Course Details In Hind
इस लेख में हम एक ऐसे कोर्स के बारे में बात करने जा रहे हैं, जो पूरी तरह से लॉ यानी जजमेंट से जुड़ा हुआ है। जो भी छात्र कानून की दुनिया में ऊंचे मुकाम पर अपना करियर बनाना चाहते हैं, उन्हें सबसे पहले (LLB) यानी बैचलर ऑफ लॉ करने की जरूरत होती है, फिर वह चाहे तो कानून की दुनिया में अच्छे मुकाम पर काम कर सकते है। लेकिन कुछ छात्र ऐसे भी हैं जो अधिक जानकारी प्राप्त करने की चाह रखते हैं या सीधे शब्दों में कहें तो वे मास्टर डिग्री लेने की सोच रखते है।
ऐसे में अगर आप उन छात्रों में से है, जिन्होंने एलएलबी यानी बैचलर ऑफ लॉ को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है, और अब आगे एलएलएम कोर्स करने की सोच रहे है। तो यह लेख आपके लिये काफी उपयोगी साबित हो सकता हैं, ऐसा इसलिए क्योकि इस लेख में हम इसी (LLM कोर्स) के बारे में विस्तार से जानेंगे।
यहा पर हम इस कोर्स से सम्बंधित उन सभी सवालों के जवाब जानेंगे, जो इस कोर्स को करने से पहले आपको पता होने चाहिए जैसे की- एलएलएम क्या होता है, LLM के लिये योग्यता, LLM कितने साल का होता है, एलएलएम की फीस कितनी है, LLM करने के लिए कितने परसेंट चाहिए, एलएलएम करने के फायदे, LLM के बाद क्या करे और LLM के बाद करियर विकल्प आदि।
इस प्रकार के एलएलएम कोर्स से जुड़े और भी बहुत से प्रश्नों को इस लेख हम एकदम विस्तार से देखेंगे। यदि आप इस लेख को पूरा अन्त तक पढ़ लेते है, तो LLM कोर्स क्या है आप बिल्कुल अच्छे से समझ जायेंगे। और साथ ही यह कोर्स आप करे या नही इसका सही निर्णय लेने में भी आपको काफी मदद मिलेंगी। तो चलिए अब एलएलएम क्या है एकदम विस्तारपूर्वक से समझे।
एलएलएम कोर्स क्या है (LLM Kya Hai)
कोर्स का नाम | LLM (एलएलएम) |
फुल फॉर्म | मास्टर ऑफ लॉ |
डिग्री | पोस्टग्रेजुएट (स्नातकोत्तर) |
कोर्स की अवधि | 2 वर्ष |
कोर्स करने की आयु | कोई आयु सीमा नहीं |
कोर्स करने के लिये योग्यता | 50 से 60% अंकों के साथ एलएलबी/बीए एलएलबी की डिग्री |
प्रवेश प्रक्रिया | योग्यता / प्रवेश परीक्षा आधारित |
प्रवेश परीक्षाएं | CLAT PG, AILET, LSAT, MHCET, AP LAWCET |
औसत फीस | 50 हजार से 5 लाख प्रति वर्ष |
औसत वेतन | 5 से 20 लाख प्रति वर्ष |
रोजगार भूमिकाएं | कानूनी सहायक, कॉर्पोरेट वकील, अधिवक्ता, कॉर्पोरेट कानूनी प्रबंधक, कानूनी प्रबंधक, आव्रजन सलाहकार, मानवाधिकार वकील, मानव संसाधन प्रबंधक, आरटीआई कार्यकर्ता आदि। |
LLM का पूरा नाम Latin Legum Magister होता है और इसे (Master Of Law) भी कहा जाता है। LLM कोर्स कानून में Postgraduate Degree (स्नातकोत्तर डिग्री) है, जिसे पूरा करने में 2 साल का समय लगता हैं। इसमे हमे चार सेमेस्टर देखने को मिलते है। एलएलएम उन छात्रों के लिए सबसे बेहतरीन कोर्स है, जिन्होंने एलएलबी कोर्स पूरा कर लिया है और अब कानून के किसी विशेष क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल करना चाहते हैं। इस कोर्स को करके आप अंतर्राष्ट्रीय कानून, कॉर्पोरेट कानून, व्यापार कानून या आपराधिक कानून जैसी चीजों में विशेषज्ञता हासिल कर सकते हैं।
एलएलएम के लिये योग्यता (LLM Karne Ke Liye Qualification)
दोस्तों अगर हम बात करे इस high level कोर्स को करने के लिए आपकी योग्यता के बारे में तो, इस कोर्स को करने के लिये आपको Graduation Complete करना होना, जैसा की मैंने पहले ही आपको बताया की इसे करने के लिए आपके पास Law मे Graduation होनी चहिये। इसके साथ ही आपके पास (LLB) में कं से कम 45% से ज्यादा मार्क्स होना चाहिए, तभी आप इस मास्टर कोर्स को कर सकते है। कुछ अच्छी और उच्च स्तर की यूनिवर्सिटी ऐसा मांग करती है, की आपका मार्क्स 50 से 55% से ऊपर रहेगा, तभी आपको एलएलएम में Admission मिलेगा। तो अगर आप LLM किसी प्रसिद्ध कॉलेज से करना चाहते है, तो आपके पास कम से कम LLB में 55% या उससे ज्यादा मार्क्स होने चहिये। इस कोर्स की जो अवधी होती है, वह 1 से 2 साल तक होती है, कुछ टॉप यूनिवर्सिटी होती है जो इस कोर्स को 1 साल में ही पूरा करा देती है और कुछ में 1 से 2 साल का समय लग जाता है।
LLM कोर्स की विशेषज्ञता (LLM Specialization In Hindi)
इस कोर्स को पूरा करने के दौरान छात्रों को एक विशिष्ट क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करने हेतु LLM में विभिन्न प्रकार की विशेषज्ञताएं प्रदान की जाती है, ताकि छात्र उनका चुनाव कर सके। नीचे एलएलएम द्वारा प्रदान की गई कुछ Specialization दी गई है।
▪︎ साइबर लॉ
▪︎ प्राइवेट एंड पब्लिक इंटरनेशनल लॉ
▪︎ फैमिली लॉ
▪︎ लेबर लॉ एंड एंप्लॉयमेंट लॉ
▪︎ ट्रांसनेशनल लॉ
▪︎ इंटेलेकुलेट प्रॉपर्टी लॉ (IPR)
▪︎ ह्यूमन राइट्स लॉ
▪︎ क्रिमिनल लॉ
▪︎ कांस्टीट्यूशन लॉ
▪︎ मैरीटाइम लॉ
▪︎ कॉरप्रेट लॉ
▪︎ बिज़नेस लॉ
एलएलएम के लिये प्रवेश परीक्षा (LLM Ke Liye Entrance Exams)
Master Of Laws Program में प्रवेश पाने के लिए एक छात्र को 55% Marks के साथ अपने स्नातक को पास करना होगा, और इस Program के किसी भी Entrance Examinations में भाग लेना होगा। नीचे कुछ महत्वपूर्ण प्रवेश परीक्षाओं की सूची दी गई है, जो एक उम्मीदवार को प्रवेश पाने से पहले किसी भी एक entrance exam को क्लियर करना होगा, जिनके नाम नीचे दिए गए है।
▪︎ CLAT
▪︎ AILET
▪︎ AIBE
▪︎ AMU
▪︎ CUSAT
▪︎ SET
▪︎ LPU NEST
▪︎ LSAT
एलएलएम एंट्रेंस एग्जाम के लिए पढ़ाई कैसे करें
अब हम बात करते है की LLM मे प्रवेश पाने के लिए आप इसकी Prepration कैसे कर सकते है, ताकी LLM की प्रवेश परीक्षा को पास करके आप किसी अच्छे University मे Admission ले सके। यहां कुछ परिचित तैयारी के सुझाव दिए गए हैं, जिन्हें उम्मीदवारों को Master Of Law की प्रवेश परीक्षाओं को पूरा करने के लिए अनुसरण करना चाहिए।
▪︎ जल्दी शुरू करें --- आपको LLM के प्रवेश परीक्षा की तैयारी जल्दी शुरु का देनी चाहिए। जल्दी शुरू करने से छात्रों को सभी महत्वपूर्ण विषयों को कवर करने में मदद मिलती है, और उन्हें एक बार फिर से पाठ्यक्रम को रिवीजन करने का समय मिल जाता है।
▪︎ परीक्षा के पेपर पैटर्न का ज्ञान --- हमे LLM के प्रवेश परीक्षा के पेपर पैटर्न को अच्छे तरह से समझना जरुर है। प्रवेश परीक्षा के लिए अच्छी तरह से तैयारी करने में सबसे महत्वपूर्ण कदम पेपर पैटर्न को समझना और सेलेबस को समझना जरुरी है।
▪︎ समय प्रबंधन --- हमे अपने कमजोर विषयों पर विशेष जोर देने और Numerical Problems के Daily Practice के साथ, ध्यान बिंदुओं को ध्यान में रखा जाना चाहिए। और आपको एक टाईम टेबल तैयार करनी चाहिए, और उम्मीदवार को समर्पण और परिश्रम के साथ टाईम टेबल का पालन करना चाहिए।
▪︎ कोचिंग संस्थानों में दाखिला लेना --- विशेष रूप से प्रवेश परीक्षा को क्लीयर करने के लिए उम्मीदवारों को एक कोचिंग क्लास या एक Tuition मे ऐडमिशन ले लेना चाहिए। क्योंकि टीचर उम्मीदवार के कमजोर क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कराने में मदद करेगा और विषयों के अभ्यास को समझ में सहायता करेगा।
▪︎ अभ्यास --- उम्मीदवारों को परीक्षा से पहले Practice और Revise करना चाहिए, इससे आपको परीक्षा से एक दिन पहले दबाव महसूस नही होगा और आप अच्छे से प्रवेश परीक्षा दे सकेंगे।
▪︎ मॉक टेस्ट में भाग लें --- मॉक टेस्ट में भाग लेने से आपको परीक्षा को सही तरीके से लिखने मे मदद मिलेगी। और यह आपको खुद के आंकने में मदद करेगा, इससे आपको अपने कमजोर विषय को पहचानने मे मदद मिलेगी और आप उस विषय पर ध्यान दे सकेंगे।
एलएलएम में कितने सब्जेक्ट होते हैं (LLM Me Kitne Subject Hote Hai)
अब हम बात करते है LLM कोर्स के सब्जेक्ट के बारे मे, जैसा की आपको पता है इस कोर्स को करने के लिए इसके द्वारा आयोजित किए गए विषय के बारे में जो इसकी विशेषता को दर्शाता है उसको बखोबी जानने की जरूरत है, LLM से जुड़े विषय और उनके नाम नीचे विस्तार रूप दिए गए है-
▪︎ LLM Labour Law
1). ट्रेड यूनियनों, श्रम कल्याण से संबंधित कानून
2). औद्योगिक संबंधों से संबंधित कानून
3). तुलनात्मक सार्वजनिक कानून
4). सामाजिक सुरक्षा और सुरक्षा उपायों से संबंधित कानून
▪︎ LLM Human Rights
1). मानवाधिकारों और मानव कर्तव्यों की अवधारणा
2). मानवाधिकार और आपराधिक न्याय
3). अंतर्राष्ट्रीय मानवतावादी कानून
4). भारत में मानवाधिकारों का संवैधानिक शासन
5). लोगों का आत्मनिर्णय का अधिकार
6).शरणार्थी कानून
▪︎ LLM corporate Law
1). बैंकिंग और वित्त कानून
2). कानूनी संदर्भ में वित्तीय मॉडल और डेरिवेटिव
3). पूंजी बाजार का यूरोपीय कानून
4). यूरोपीय खरीद कानून
5). अंतर्राष्ट्रीय कर कानून के सिद्धांत
6). कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व और कानून.
▪︎ LLM International Law
1). तुलनात्मक सार्वजनिक कानून
2). अंतर्राष्ट्रीय कानून और अंतर्राष्ट्रीय संबंध: विकास और रुझान
3). अंतर्राष्ट्रीयकृत दुनिया में कानून और न्याय
4). अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार और मानवतावादी कानून
5). अंतर्राष्ट्रीय विवाद समाधान निकाय
6). समुद्र, वायु और अंतरिक्ष का नियम
7). अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय और न्यायाधिकरण
▪︎ LLM Bussiness Law
1). बिजनेस लॉ
2). भारत में कानून और सामाजिक परिवर्तन
3). औद्योगिक और बौद्धिक संपदा कानून
4). आर्थिक उद्यमों का कानूनी विनियमन, नियामक प्राधिकरणों से संबंधित कानून
5). न्यायिक प्रक्रिया
6). बीमा कानून
▪︎ LLM Intellectual Property Rights
1). उन्नत आईपी मुद्दे
2). अनुसंधान परियोजना
3). कॉपीराइट और डिजाइन कानून
4). बौद्धिक संपदा का अवलोकन
5). आईपी और लाइसेंसिंग का व्यावसायीकरण
6). पादप प्रजनकों के अधिकार
7). अंतर्राष्ट्रीय और तुलनात्मक आईपी कानून
8). पारंपरिक ज्ञान और जैव विविधता
▪︎ LLM Taxiation Law
1). कराधान के सामान्य सिद्धांत
2). अप्रत्यक्ष कर कानून
3). कर मुकदमेबाजी
4). अंतर्राष्ट्रीय कराधान
5). कॉर्पोरेट टैक्स
6). प्रत्यक्ष कर कानून
▪︎ LLM Constitutional Law
1). भारत में कानून और सामाजिक परिवर्तन
2). संविधानवाद: बहुलवाद और संघवाद
3). न्यायिक प्रक्रिया
4). भारतीय संवैधानिक कानून नई चुनौतियां
▪︎ LLM Maritime Law
1). समुद्री कानून और व्यवहार
2). समुद्री क्षेत्राधिकार
3). समुद्री पर्यावरण कानून और प्रथाएं
4). समुद्री सुरक्षा और सुरक्षा
5). समुद्री बीमा नीतियां और प्रथाएं
6). समुद्री विवाद निपटान
▪︎ LLM Environmental Law
1). पर्यावरण कानून की प्रकृति और दायरा
2). अंतर्राष्ट्रीय कानून और पर्यावरण संरक्षण
3). भारतीय संविधान के तहत पर्यावरण का संरक्षण
4). पर्यावरण संरक्षण और सामान्य नागरिक और आपराधिक कानून
5). पर्यावरण कानून में उभरते मुद्दे
6). भारत में जल, वायु और पर्यावरण का संरक्षण।
इसके साथ ही LLM 2 वर्ष का कोर्स होता है, जिसमे की 4 सेमेस्टर पढ़ाए जाते है, उन चारों सेमेस्टर के नाम नीचे दिए गए है-
सेमेस्टर I | सेमेस्टर II |
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संवैधानिक कानून- I | संवैधानिक कानून- II |
कानूनी सिद्धांत- I | कानूनी सिद्धांत- II |
अनुसंधान पद्धति | कानून और सामाजिक परिवर्तन |
सेमेस्टर III | सेमेस्टर IV |
---|---|
औद्योगिक संबंधों से संबंधित कानून | औद्योगिक चोटों और सामाजिक सुरक्षा से संबंधित कानून |
श्रम कल्याण से संबंधित कानून | सेवा विनियम से संबंधित कानून |
एलएलएम की फीस कितनी है (LLM Ki Fees Kitni Hai)
अब हम जानते है की एलएलएम कोर्स मे प्रवेश लेने मे आपको कितनी फीस लग सकती है। जो छात्र (LLM) "Master Of Law" का कोर्स करना चाहते हैं, उन्हें भारत में इस कोर्स की फीस संरचना के बारे में पता होना चाहिए। कोर्स की फीस एक कॉलेज से दूसरे कॉलेज में अलग-अलग हो सकती है, ये आपके द्वारा चयन किये गये कॉलेज पर निर्भर करता है। यदि हम भारत के किसी कॉलेज या यूनिवर्सिटी में लगने वाले फीस की बात करे तो, LLM कोर्स के लिए लगभग 45 हजार से लेकर 2 लाख प्रतिवर्ष लग सकता है।
एलएलएम के लिए टॉप कॉलेज (LLM Ke Liye Best College)
भारत में ऐसे बहुत से कॉलेज और विश्वविद्यालय है, जहा से आप यह कोर्स आसानी से कर सकते है। यदि आप इस कोर्स को करना चाहते है, तो नीचे दिए कॉलेज के नाम जरूर देखे।
▪︎ आर्मी इंस्टीट्यूट ऑफ लॉ (एआईएल), मोहाली
▪︎ इंडियन लॉ सोसाइटी लॉ कॉलेज, पुणे
▪︎ तमिलनाडु डॉ अंबेडकर लॉ यूनिवर्सिटी, चेन्नई
▪︎ इंदौर इंस्टीट्यूट ऑफ लॉ (आईआईएल), इंदौर
▪︎ जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली
▪︎ विधि संकाय, दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली
▪︎ विश्वकर्मा विश्वविद्यालय, पुणे
▪︎ नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, दिल्ली
▪︎ नेशनल लॉ स्कूल ऑफ़ इंडिया यूनिवर्सिटी (NLSIU), बैंगलोर
▪︎ वीआईटी लॉ स्कूल, चेन्नई
▪︎ वीआईटी यूनिवर्सिटी, चेन्नई
▪︎ जेएलयू स्कूल ऑफ लॉ, भोपाल
▪︎ (एनएलयू), हैदराबाद
▪︎ (आईसीएफएआई) लॉ स्कूल, हैदराबाद
▪︎ महाराष्ट्र नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, मुंबई
एलएलएम ऐडमिशन प्रक्रिया (LLM Me Admission Laise Le)
अलग-अलग Law Colleges की चयन प्रक्रिया अलग हो सकते हैं, लेकिन ऐडमिशन उम्मीदवार की योग्यता के आधार पर होती है। आमतौर पर, एलएलएम कोर्स प्रदान करने वाले विश्वविद्यालय इस कोर्स में प्रवेश के प्रयोजनों के लिए एक प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं। इस कोर्स के लिए आवेदन फॉर्म हर साल मई के महीने में उपलब्ध होते हैं।
महाविद्यालय की वेबसाइट पर जाने के बाद अभ्यर्थी आवेदन पत्र डाउनलोड कर सकते है। हर विश्वविद्यालय के पास अपनी आधिकारिक वेबसाइट में आवेदन पत्र जारी करने की अलग-अलग तारीख होती है। उम्मीदवारों को समय सीमा से पहले आवेदन पत्र भरना होता है, और विश्वविद्यालय या कॉलेज में जमा करना करना होता है। फिर आपका तय किए गए तरीक को प्रवेश परीक्षा होता है उस तरीक को जाकर आपको इस प्रवेश परीक्षा को देना होता है, और फिर अगर आप इस प्रवेश परीक्षा को पास कर लेते है तब आप एलएलएम मे ऐडमिशन ले सकते है।
एलएलएम में ऐडमिशन के लिए जरूरी दस्तावेज़
जैसे ही हम इसकी प्रवेश परीक्षा को पास कर लेते है, तब इसमे ऐडमिशन लेने के लिए आपके पास कौन कौन से दस्तावेज़ होने चाहिए उसके बारे मे बात करते है। आप किसी भी कोर्स मे ऐडमिशन लेने जाते है, तो आपको Documents की जरूरत पड़ती है और आपको उसके बारे ने जानकारी होनी जरुरी है।
1). प्रवेश परीक्षा प्रवेश पत्र।
2). पासपोर्ट साइज रंगीन फोटो।
3). मार्कशीट और एलएलबी की डिग्री।
4). 10वीं और 12वीं का सर्टिफिकेट।
5). चरित्र प्रमाण पत्र।
6). कास्ट सर्टिफिकेट (वैकल्पिक)।
ये वो सारे Documents है, जो आपको ऐडमिशन के समय पर देने पड़ते है।
एलएलएम करने के बाद नौकरी (LLM Ke Baad Job Option)
अब हम बात करते है की अगर आप यह कोर्स कर लेते है तो आपको किस प्रकार की जॉब मिल सकती है। और आप इस कोर्स को करने के बाद कहा-कहा जॉब पा सकते है। एलएलएम की डिग्री होने से एक व्यक्ति को पूरी दुनिया में नौकरी के कई अवसर मिल सकते हैं। इस कोर्स को करने के बाद आप कहा जॉब पा सकते, नीचे दिया गया है।
▪︎ समाचार पत्र
▪︎ न्यायतंत्र
▪︎ निजी प्रैक्टिस
▪︎ बिक्री कर और उत्पाद शुल्क विभाग
▪︎ बैंकों
▪︎ व्यापारिक घराने
▪︎ शैक्षिक संस्थान
▪︎ कानूनी स्थिरता
▪︎ समाचार चैनल
एलएलएम करने से क्या बनते है (LLM Ke Baad Kya Bante Hai)
जब आप यह कोर्स पूरा कर लेते है तब आपको जो जॉब मिलती है यानी की आप इस कोर्स को करने के बाद क्या बन सकते है, उनके बारे मे हम जान लेते है।
▪︎ मजिस्ट्रेट
▪︎ वकील
▪︎ ट्रस्टी
▪︎ न्यायाधीश
▪︎ नोटरी
▪︎ कानूनी दस्तावेज़ समीक्षक
▪︎ शपथ आयुक्त
▪︎ विधिक परामर्शक
▪︎ कानूनी सहयोगी
▪︎ प्रोफ़ेसर
▪︎ धोखाधड़ी अन्वेषक
▪︎ सलाहकार
तो इस कोर्स को करने में बाद आप इन सभी में से कुछ भी बन सकते है, लेकिन इसमे आपको Professional बनने के लिए (PHD) करना होगा Reasearch करना होगा तभी आप इन जगहो मे एक अच्छा करियर बना सकते है।
एलएलएम के बाद जॉब देने वाली कंपनी के नाम
एलएलएम कोर्स करने के बाद आपको विभिन्न प्रकार के कंपनियों में नौकरी की कई संभावनाएं मिलते हैं। नीचे निम्नलिखित कुछ शीर्ष कम्पनी हैं, जो वकीलों या कानूनी सलाहकारों की भर्ती करते हैं-
▪︎ वित्त कंपनियां
▪︎ सलाहकारी फर्में
▪︎ मीडिया और मनोरंजन घर
▪︎ राजनीतिक दलों
▪︎ इंजीनियरिंग फर्म
▪︎ सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियां
▪︎ विश्वविद्यालय और कॉलेज
▪︎ कॉर्पोरेट व्यवसाय
▪︎ बहुराष्ट्रीय कंपनियां
एलएलएम के बाद सैलरी कितनी मिलती है (LLM Ke Baad Salary)
आगर आप LLM कोर्स करने के बाद जॉब करते है, तो आपको सैलरी कितनी मिल सकती है, आपके मन मे ये सवाल जरुर आया होगा तो चलिए अब हम यह भी जान लेते है की एलएलएम करने के बाद आपको कितनी सैलरी मिल सकती है।
यदि आप यह कोर्स कुशलता पूर्वक पूरा कर लेते है, तो आपको इसमें किसी भी पद पर कार्यरत होने के आधार पर सैलरी अलग अलग प्रदान की जाएगी, जैसे अगर आप एक वकील के रूप में कार्य करते है तो आपको 5 लाख से लेकर 8 लाख तक की वेतन प्रति वर्ष मिल सकती है, वही अगर आप एक जज के पद पर कार्य करते है तो आपको वेतन के रूप में 10 लाख से लेकर 18 लाख तक या इसके बीच मिलता है। वही आपको नोटरी में 3 से 5 लाख और प्रोफेसर के पद पर 5 से 8 लाख प्रति वर्ष तक मिल सकती है।
FAQ:- LLM कोर्स से सम्बंधित कुछ प्रश्न
प्रश्न -- LLM का फुल फॉर्म क्या होता है?
उत्तर -- LLM का फुल फॉर्म (Latin Legum Magister) होता है, और इसे हम Master Of Law भी कहते है।
प्रश्न -- LLM कितने साल का होता है?
उत्तर -- LLM कोर्स 1 से 2 साल का होता है।
प्रश्न -- क्या मैं Master Of Law का अध्ययन Part Time सकता हूं?
उत्तर -- हाँ, उन लोगों के लिए Part time अध्ययन का एक विकल्प है, जो नियमित कक्षाओं के लिए नहीं जा सकते हैं।
प्रश्न -- क्या मैं एलएलबी के बिना एलएलएम कर सकता हूं?
उत्तर -- नही, एलएलएम करने के लिये उम्मीदवारों के पास किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज या विश्वविद्यालय से एलएलबी की डिग्री का होना जरुरी है।
प्रश्न -- क्या एलएलएम 1 साल में किया जा सकता है?
उत्तर -- आमतौर पर, LLM एक वर्ष का होता है, लेकिन कुछ कॉलेज इसे दो या अधिक वर्षों तक स्थगित कर देते हैं।
प्रश्न -- LLM में लगने वाली फीस कितनी हो सकती है?
उत्तर -- एलएलएम में लगने वाली फीस लगभग 45 हजार से लेकर 2 लाख प्रति वर्ष तक हो सकती है।
प्रश्न -- एलएलएम करने के क्या फायदे हैं?
उत्तर -- LLM कानून के दुनिया का एक अहम हिस्सा है, जिसे पूरा करने के बाद छात्र कानून की दुनिया का अच्छा ज्ञाता हो जाता है, और उसे न्याय और अन्याय के बीच होने वाले सही और गलत का फैसला करना आ जाता है।
निष्कर्ष
आज के इस लेख में हमने एलएलएम क्या है (What is LLM In Hindi) बहुत ही विस्तार से समझा है। अगर आपको लॉ में इंटरेस्ट है, तो आपको यह मास्टर कोर्स जरूर करना चाहिए। और आपको यह पता चल गया होगा कि इस कोर्स को करने के लिए आपको एलएलबी भी करना होगा। औए (एलएलबी) कोर्स के बारे में भी हमने बिल्कुल विस्तार से लेख लिखा है, यदि आप LLB कोर्स को भी अच्छे से समझना चाहते है, तो उस लेख को भी जरुर पढ़े।
यहा पर शेयर किया गया LLM Course Details In Hindi आपको कैसा लगा, कमेंट के माध्यम से आप अपनी राय हमारे साथ जरुर साझा करे। हम आशा करते है की आपको यह लेख अच्छा लगा होगा और हमे उमीद है की इस लेख की सहायता से एलएलएम क्या है और एलएलएम कैसे करें आप बिल्कुल अच्छे से समझ गए होंगे। यदि आपके मन में इस कोर्स से सम्बंधित कोई सवाल है, तो आप नीचे कमेंट कर सकते हैं। और साथ ही इस लेख को आप अपने उन दोस्तो के साथ जरुर शेयर करे जिन्हे LLM कोर्स करना है।
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