संबोधन कारक किसे कहते है - परिभाषा एवं उदाहरण (Sambodhan Karak)

Sambodhan Karak Kise Kahate Hain

इस आर्टिकल में हम कारक के अंतिम यानी की आठवें भाग सम्बोधन कारक को विस्तार से समझेंगे। इससे पहले हमने कारक के अन्य सभी भागों को अच्छे से समझ लिया है। और इस लेख में हम इसके अंतिम भाग को बिल्कुल अच्छे से समझने वाले है जोकि है सम्बोधन कारक, यहा हम बड़े ही कम शब्दों में sambodhan karak को समझने का प्रयास करेंगे, ताकी आपको इसे समझने में असानी हो।

हम इस लेख में सम्बोधन कारक से जुड़े उन महत्त्वपूर्ण प्रश्नों को देखेंगे जो ज्यादातर परीक्षाओं में पुछे जाते है जैसे को- सम्बोधन कारक की परिभाषा, संबोधन कारक का विभक्ति चिन्ह कौन सा है और संबोधन कारक के उदाहरण आदि। इन सभी प्रश्नों के उत्तर आपको यहा पर एकदम विस्तार से मिल जायेंगे, इसलिए आप इस लेख को पूरे ध्यानपूर्वक से अवश्य पढ़े। तो चलिए अब हम sambodhan karak kise kahate hain बिल्कुल अच्छे से समझे।

कारक के अन्य भाग:-

संबोधन कारक किसे कहते हैं (Sambodhan Karak Kise Kahate Hain)

परिभाषा -- संज्ञा के जिस रूप से किसी को पुकारने, चेतावनी देने या सम्बोधित करने का बोध होता है, उसे सम्बोधन कारक कहते हैं। दुसरे शब्दों में, संज्ञा या सर्वनाम का वह रुप जिससे किसी को बुलाने, पुकारने या बोलने का बोध होता है, उसे सम्बोधन कारक कहा जाता है। इसका कारक चिन्ह है - हे, अरे आदि। सम्बोधन कारक के पहचान के लिये (!) यह चिन्ह लगाया जाता है और सम्बोधन कारक की विभिक्ती का प्रयोग सदैव वाक्य के प्रारंभ में किया जाता है।

संबोधन कारक का उदाहरण

संबोधन कारक की परिभाषा को देखने के बाद, अब हम इसे और भी बेहतर से समझने के लिये इसका एक उदाहरण देखते है। जिसके की, आपको संबोधन कारक बिल्कुल अच्छे से समझ में आ जाये।

उदाहरण -- हे इश्वर! मेरा बेटा कहा गया ?

उपयुक्त वाक्य में हम देख सकते हैं की, इश्वर को सम्बोधित करके प्रश्न किया जा रहा है की मेरा बेटा कहा गया है। तथा इस वाक्य में विभिक्ती चिन्ह (हे) का प्रयोग हो रहा है, अतः यह वाक्य संबोधन कारक का उदाहरण है।

संबोधन कारक के अन्य उदाहरण

• हे राम ! बहुत बुरा हुआ।
• अरे राकेश ! तुम कब आये।
• अजी ! सुनिए।
• हे इश्वर ! मेरे साथ ही ऐसा क्यों होता है।
• अरे भाई ! तुम तो बहुत दिनो बाद दिखे हो।
• हे भगवान ! अब क्या होगा।
• बच्चो ! पढ़ाई कर लो।
• अरे रोहन ! पानी तो पीला दे।
• भाईयों और बहनों ! ध्यान से सुनिए।
• हे भगवान ! हमे बचाओ।

FAQ: संबोधन कारक के प्रश्न उत्तर

प्रश्न -- संबोधन कारक की परिभाषा क्या है?
उत्तर -- वाक्य में जब किसी संज्ञा या सर्वनाम को पुकारा या बुलाया जाए अथवा सम्बोधित किया जाए तो, वह संबोधन कारक कहलाता है।

प्रश्न -- संबोधन कारक का विभक्ति चिन्ह कौन है?
उत्तर -- सम्बोधन कारक की कोई विभक्ति नहीं होती है। इसे प्रकट करने के लिए हे, अरे, अजी, रे आदि शब्दों का प्रयोग होता है। 

प्रश्न -- संबोधन कारक के 5 उदाहरण?
उत्तर -- संबोधन कारक के 5 उदाहरण निम्न है - 
1). हे राम ! रक्षा करो।
2). अरे मूर्ख ! सँभल जा।
3). हे इश्वर ! मेरी मदद करो।
4). अरे भाई ! जरा इधर आओ।
5). ओ लड़कों ! खेलना बन्द करो।

संबोधन कारक को वीडियो के माध्यम से समझे


निष्कर्ष

यहा पर इस लेख के माध्यम से हमने कारक के आठवें भाग संबोधन कारक को एकदम अच्छे से समझा। हिन्दी व्याकरण में कारक के और भी जितने अन्य भाग है हमने उन सभी पर बिल्कुल विस्तार से लेख लिखा है, यदि आपने उन सभी भागों को नही पढ़ा है, तो आप उन सभी को भी जरुर पढ़े, जिससे की आपको (कारक) बिल्कुल अच्छे से समझ में आ जाये।

यह लेख आपको कैसा लगा कमेंट के माध्यम से अपने विचार हमारे साथ जरुर साझा करे। हम आशा करते है की आपको यह लेख जरुर पसंद आया होगा और हमे उमीद है की इस लेख की सहायता से sambodhan karak kise kahate hain आप बिल्कुल अच्छे से समझ गए होंगे। यदि आपके मन में इस लेख को लेकर कोई प्रश्न है तो, आप नीचे कमेंट करके पुछ सकते हैं। साथ ही इस sambodhan karak को आप अपने सभी मित्रों के साथ शेयर भी जरुर करे।

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