ग्रहों के नाम हिन्दी और अंग्रेजी में | Planets Name In Hindi

Planets Name In Hindi

इस आर्टिकल में हम graho ke name को बड़े विस्तार में देखेंगे (Planets name in hindi) दोस्तो पृथ्वी के अलावा भी हमारे सौरमंडल में बहुत से ग्रह मौजूद है जिनके बारे में हमे जानकारी होनी चाहिए। ये तो आपको पता ही होगा की पृथ्वी ही एकमात्र ऐसा ग्रह है जहा जीवन संभव है, इसके अलावा हमारे सौरमंडल में मौजूद किसी भी ग्रह पर जीवन संभव नही। लेकिन हमारी सौर मंडल में कितने ग्रह है और उनके नाम क्या है? इन सवालो के जवाब जानने के लिये आपको इस आर्टिकल को अन्त तक पढ़ना होगा। क्योकी इस आर्टिकल में हमने सभी ग्रहों के नाम हिंदी और अंग्रेजी में बताया है तथा उससे जुड़ी कुछ रोचक तथ्य को भी विस्तार में बताया है।

सौरमंडल किसे कहते हैं (Solar System In Hindi)

सभी ग्रहों के नाम जानने से पहले हम ये समझ लेते है की अखिर Solar System यानी सौरमंडल किसे कहा जाता हैं, सुर्य के चारों ओर चक्कर लगाने वाले विभिन्न ग्रहों, क्षुद्रग्रहों, उल्काओं, धूमकेतुओं तथा अन्य आकाशीय पिंडो के समूह को सौरमंडल यानी (Solar System) कहा जाता हैं। और सौरमंडल के समस्त उर्जा का स्त्रोत सुर्य होता है।

ग्रह किसे कहते हैं (Planet In Hindi)

अब हम ग्रहों के बारे में थोड़ा और विस्तार में जान लेते है जैसे की ग्रह क्या हैं। ग्रह वे खगोलिय पिंड है जो निम्न की निम्न शर्तो को पुरा करता हों।
पहला -- जो सुर्य के चारो ओर परिक्रमा करता हो।
दुसरा -- उसमें पर्याप्त गुरुत्वाकर्षण बल हो जिससे वह गोल स्वरुप ग्रहण कर सके।
तीसरा -- उसके आस-पास का क्षेत्र साफ हो यानी उसके आस-पास अन्य खगोलीय पिंडों की भीड़-भाड़ न हो।

सौरमंडल में ग्रहों की संख्या

ग्रहों की उपर्युक्त परिभाषा (IAU) की प्राग सम्मेलन (अगस्त-2006) में तय की गई है। ग्रह की इस परिभाषा के आधार पर यम (pluto) को ग्रह के श्रेणी से निकाल दिया गया फलस्वरुप ग्रहों की संख्या 9 से घटकर 8 रह गायी। यम को बौने ग्रह की श्रेणी में रखा गया है। मतलब हमारे सौरमंडल में 8 ग्रह है और इन ग्रहों को दो भागों में विभाजित किया गया है।

1). पार्थिव या आन्तरिक ग्रह (Terrestrial or Inner planet) -- बुध, शुक्र, पृथ्वी एवं मंगल को पार्थिव ग्रह कहा जाता है क्योंकि ये पृथ्वी के सदृश होते हैं।

2). बृहस्पतीय या बाह्य ग्रह (Jovean or outer planet) --  बृहस्पती, शनि, अरुण एवं वरुण को बृहस्पतीय ग्रह कहा जाता है।

Planets Name In Hindi (ग्रहों के नाम हिंदी और अंग्रेजी में)

  1. बुध (Mercury)
  2. शुक्र (Venus)
  3. पृथ्वी (Earth)
  4. मंगल (Mars)
  5. बृहस्पती (Jupiter)
  6. शनि (Satrun)
  7. अरुण (Uranus)
  8. वरुण (Neptune)

अब हम इन सभी ग्रहों को एक-एक करके विस्तार में देखते है। और इन सबके बारे में कुछ रोचक तथ्य को जान लेते है।

(1). बुध ग्रह  (Mercury)

▪︎ बुध ग्रह सुर्य का सबसे निकटतम ग्रह है।
▪︎ इसकी कक्षीय गति सबसे अधिक (48किमी./सेकेंड) है। इसीलिए इसे सुर्य की परिक्रमा करने में मात्र 88 दिन लगाते हैं। जबकी अपनी धुरी (अक्षीय गति) पर एक पुरा चक्कर लगाने में 59 दिन लगते हैं।
▪︎ यहाँ पर दिन अति गर्म तथा रातें बर्फीली होती है और यहाँ पर वायुमंडल नहीं है।
▪︎ बुध ग्रह के पास कोई उपग्रह नहीं है।
▪︎बुध ग्रह का एक दिन पृथ्वी ग्रह के 90 दिनों के बराबर होता हैं।
▪︎ यहाँ का गुरुत्वाकर्षण बल, पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण का 3/8 भाग होता हैं।
▪︎ इसका घनत्व (पृथ्वी के लगभग बराबर) 5.5 ग्राम/से. है।
▪︎ बुध पर ही सर्वाधिक तापांतर (लगभग 560°C) पाया जाता है। जिसका करण वायुमंडल का अभाव है।

(2). शुक्र ग्रह  (Venus)

▪︎ यह "सौरमण्डल का सबसे चमकीला ग्रह" है।
▪︎ शुक्र के वायुमंडल में 95% CO², तथा शेष SO², N² तथा अन्य गैसें हैं, जिसके कारण इसका तापमान सबसे अधिक होता है। यही कारण है कि इस ग्रह को 'प्रेशर कुकर प्लेनेट' कहा जाता है। इसका तापमान लगभग 475°C होता है।
▪︎ पृथ्वी के निकट स्थित यह ग्रह अनेक रूपों से मिलता है, इसीलिए इसे 'पृथ्वी की जुड़वा बहन' कहते हैं।
▪︎ इस ग्रह का कोई भी उपग्रह नहीं है। शुक्र ग्रह अपने अक्ष पर विपरीत दिशा में अर्थात पूरब से पश्चिम की ओर घूमता है।
▪︎ इस ग्रह की अक्षीय एवं कक्षीय-गति लगभग समान है। (अक्षीय गति 243 दिन, कक्षीय-गति 225 दिन)
▪︎ एस्ट्रोलोजी में इसे 'दैत्य का गुरु' कहा जाता है।
▪︎ इसे 'संध्या का तारा' और 'भोर का तारा' कहा जाता है।

(3). पृथ्वी ग्रह  (Earth)

▪︎ यही एकमात्र ग्रह है जहाँ पर जीवन संभव है।
▪︎ पृथ्वी, पश्चिम से पूर्व की ओर भ्रमण कर रही है।
▪︎ पृथ्वी का घनत्व 5.5 ग्राम/सेमी.³ होता है। जो सभी ग्रहों से अधिक है। 
▪︎ विषुवत रेखा, पृथ्वी के मध्य से गुजरती है। इसे 0° अक्षांश कहा जाता है।
▪︎ यह सूर्य की परिक्रमा 365.26 दिन में पूरी करती है तथा अपनी धुरी पर 23 घंटे, 56 मिनट, 4 सेकेण्ड में पूरा चक्कर लगाती है।
▪︎ दिन और रात का होना, वायु की दिशा में अंतर, समुद्र जल-चलन, सूर्योदय, सूर्यास्त, दोपहर, धुवों पर पृथ्वी की चपटा होना, समय एवं दिशा का ज्ञान, पृथ्वी का चुम्बकीय प्रभाव, ज्वार-भाटा-प्रभाव आदि का होना पृथ्वी की घूर्णन गति के कारण ही संभव होता है।
▪︎ जबकि ऋतुओं का चक्र पूरा होना, दिन व रात की लम्बाई, वायु पट्टी का स्थानान्तरण और अक्षांश का निर्धारण, परिक्रमा (Revolution) पर निर्भर करता है।
▪︎ पृथ्वी अपने दीर्घ वृत्ताकार पथ पर 23½° झुकी हुई है। सही अर्थों में पृथ्वी का अक्षीय-झुकाव 21° से 24° के मध्य बदलता रहता है। इस समय हमारी पृथ्वी वेगा-तारे की ओर झुकी हुई है। इसी झुकाव के कारण मौसम बदलते रहते हैं।
▪︎ पृथ्वी में दो 'धुव' (उत्तरी व दक्षिणी) उपस्थित है। पृथ्वी का आकार "पृथ्व्याकार" (Geoid) है। इसे “धरातलीय ग्रह" भी कहते हैं।
▪︎ पृथ्वी के कुल भाग के 71% भाग पर जल 29% भाग पर थल है। पृथ्वी पर जल की अधिकता के कारण इसे "नीला-ग्रह" (Blue Planet) भी कहा जाता है।
▪︎ पृथ्वी से हमें केवल 5 ग्रह ही दिख पाते हैं। क्योंकि पृथ्वी से सूर्य की ओर वाले ग्रह नहीं दिखते तथा स्वयं पृथ्वी भी पूरी नहीं दिखती। अतः कुल शेष 5 ग्रह ही दिख पाते हैं।
▪︎ पृथ्वी की भूपर्पटी (Crust) में "आक्सीजन" की मात्रा सर्वाधिक (47%) है जबकि अन्य तत्व सिलिका (28%) एल्युमिनियम (8%), लोहा, (5%), कैल्शियम (3%) सोडियम है।
▪︎ पार्थिव ग्रह वे ग्रह हैं जो पृथ्वी व उसके आसपास ही स्थित है जैसे - बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, पार्थिवग्रह के अन्तर्गत आते हैं। इनमें भी "बुध एवं शुक्र" को 'घटिया-ग्रह' कहा जाता है।
▪︎ पृथ्वी का द्रव्यमान, चन्द्रमा के द्रव्यमान से 81 गुना अधिक होता है, जबकि पृथ्वी का गुरुत्व बल, चन्द्रमा के गुरुत्व बल से 6 गुना अधिक होता है।
▪︎ पृथ्वी का सर्वोच्च स्थान "माउण्ट एवरेस्ट" (8848 मी.) है जबकि सबसे गहरा स्थान "मेरियाना ट्रेंच" (11034 मी.) है।

(4). मंगल ग्रह  (Mars)

▪︎ मंगल ग्रह में पृथ्वी के समान ही दो ध्रुव है।
▪︎ मंगल का तल पृथ्वी से 25° के कोण पर झुका है, जिससे यहाँ पृथ्वी के समान ऋतु-परिवर्तन होता है।
▪︎ मंगल का सबसे ऊंचा पर्वत 'निक्स ओलंपिया' है जो 'एवरेस्ट' से तीन गुणा बड़ा है। निक्स ओलंपिया (25 किमी ऊँचा) एक ज्वालामुखी है।
▪︎ इसे लाल-ग्रह (Red Planet) भी कहा जाता है। यह लाल रंग "आयरन आक्सॉइड" के कारण होता है।
▪︎ इसके दो उपग्रह हैं -- (1) फोबोस, (2) डेमोस
▪︎ मंगल ग्रह का आकार 'अण्डाकार' है।

(5). बृहस्पति ग्रह  (Jupiter)

▪︎ यह "सौरमण्डल का सबसे बड़ा ग्रह" है।
▪︎ इसके उपग्रहों की संख्या 16 है। सबसे बड़ा उपग्रह 'गैनीमीड' है। अन्य उपग्रहों में, यूरोपा, कॅलिस्टो, आयो, हिमालय, मेटिस आदि है।
▪︎ यह अपने अक्ष पर सौर-मण्डल का "सर्वाधिक तेज गति से घूर्णन करने वाला ग्रह" है। जो 9 घण्टे 55 मिनट में एक चक्कर लगा लेता है।
▪︎ इस ग्रह का पलायन वेग 59.2 किमी./सेकेंड है।
▪︎ इसे "देवताओं का गुरु" (Matser of Gods) की उपमा दी गयी है।
▪︎ इसे "लघु - सौर तन्त्र" (Miniature of Solar System) भी कहा जाता है।

(6). शनि ग्रह  (Saturn)

▪︎ शनि को "सौर मण्डल का नगीना" कहा जाता है। एस्ट्रोलोजी में इसे “नपुंसक ग्रह कहा" जाता है।
▪︎ इसका औसत घनत्व 0.69 ग्राम/सेमी.³ जो सभी ग्रहों में सबसे कम है।
▪︎ यह ग्रह बृहस्पति-ग्रह के बाद सौर-मंडल का सबसे बड़ा ग्रह है।
▪︎ इसके उपग्रहों की संख्या 21 है, जिनमें सबसे बड़ा 'टाईटन' उपग्रह है जो आकार में बुध के बराबर है। सौरमण्डल का मात्र यही एक उपग्रह है, जिसके पास अपनी स्थायी वायुमण्डल है। अन्य उपग्रहों में 'फोबे' महत्वपूर्ण है जो शनि की कक्षा में घूमने की विपरीत दिशा में परिक्रमा करता है।
▪︎ इसके चारों और अनेक छल्ले हैं। इन्हीं छल्लों के कारण इसे "आकाश गंगा सदृश ग्रह" कहा जाता है। इसे "गैसों का गोला" (Globe of Gases) भी कहा जाता है।

(7). अरुण ग्रह  (Uranus)

▪︎ इस ग्रह की खोज 1781 ई॰ में विलियम हर्शेल द्वारा की गयी है। 
▪︎ अरुण ग्रह आकार में तीसरा सबसे बड़ा ग्रह है। इस ग्रह का तापमान लगभग-215°C है।
▪︎ इसे लेटा हुआ ग्रह कहा जाता है। क्योंकि यह अपनी धुरी पर सूर्य की ओर अधिक झुका हुआ है।
▪︎ यह ग्रह शुक्र की भांति, अन्य ग्रहों के विपरीत दिशा में चक्कर लगाता है।
▪︎ यह हरे रंग का दिखाई देता है, जिसका कारण मीथेन गैस है। इसीलिए "हरा ग्रह" (Green Planet) कहा जाता है।
▪︎ अरुण ग्रह के प्रमुख उपग्रह है -- टिटेलिया, मिरांडा, ओवेरान, ऐरियल्ड आदि।

(8). वरुण ग्रह  (Neptune)

▪︎ इसका रंग हल्का 'पीला-हरा' (Greenish) है।
▪︎ वरुण ग्रह का सबसे बड़ा उपग्रह "ट्रिटान" हैं।
▪︎ इसका वायुमंडल अति घना है, जिसमें मीथेन, अमोनिया, H², आदि गैसें हैं।
▪︎ इस ग्रह की खोज 1846 ई॰ में जर्मन खगोलज्ञ जहॉन गाले ने की है। 
▪︎ नई खगोलीय व्यवस्था में यह सुर्य से सबसे दूर स्थित ग्रह है।

Conclusion

इस आर्टिकल में हमने ग्रहों के नाम (Planets name in hindi) को बड़े ही विस्तार में देखा। यहा हमने सौरमंडल से जड़ी कई प्रश्नो को समझा जैसे की सौरमंडल क्या है (Solar System), ग्रह क्या होते है और सभी graho ke name, उनसे जुड़ी रोचक तथ्य आदि। 

हमे उमीद है इस आर्टिकल में दी गई जानकारी से आपको Planets Name In Hindi (ग्रहों के नाम) को समझने में काफी मदद मिली होगी। यदि आपके मन में कोई प्रश्न हो तो आप हमें नीचे कमेंट में पुछ सकते है। और इस आर्टिकल को अपने दोस्तो के साथ सोशल मीडिया पर शेयर जरुर करें।

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